लंदन स्थित नेहरू सेंटर में आयोजित गीता महोत्सव के दौरान एक अत्यंत स्मरणीय संध्या बीती।
संस्कृति केन्द्र Sanskriti Centre, London द्वारा प्रस्तुत विभिन्न नृत्य-अनुक्रमों के बीच मुझे ‘कॉस्मिक ड्रामा’ पर — जो भगवद्गीता में वर्णित सृष्टि-विवरण पर आधारित है — विचार साझा करने का अवसर मिला।
नेहरू सेंटर का सभागार विद्वानों, वरिष्ठ पेशेवरों और जागरूक, पश्रोतागण से पूर्ण था।
अब तक जो कुछ फ़ोटोग्राफ़ प्राप्त हुए हैं, वे साझा कर रहा हूँ। आयोजकों की ओर से सम्मान-स्वरूप शॉल ओढ़ाने के लिए इंग्लैंड की सुप्रसिद्ध कोरियोग्राफ़र और नृत्यांगना रागसुधा जी का हार्दिक धन्यवाद, तथा भगवद्गीता पर वक्तव्य के लिए Sanskriti Centre से मेरा परिचय कराने के लिए काउंसिलर श्री शरद कुमार झा का भी आभार।


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